स्पष्ट एक्सप्रेस : देहरादून के जौनसार क्षेत्र के ग्राम हनोल तमसा (टोंस) नदी के किनारे श्री महासू देवता का मंदिर स्थित है,श्री महासू देवता का मंदिर नागर शैली में बना हुआ है। पौराणिक कथा के अनुसार किरमिक नामक राक्षस के आतंक से क्षेत्रवासियो को छुटकारा दिलाने के लिए हुणाभाट नामक ब्राह्मण ने भगवान शिव और शक्ति की पूजा तपस्या की । भगवान शिव और शक्ति के प्रसन्न होने पर मैंन्द्रथ हनोल में चार पूजा तपस्या की भगवान शिव और शक्ति के प्रसन्न होने पर मैंद्रथ हनोल में चार भाई महासू की उत्पति हुई और ने किरमिक राक्षस का वध कर क्षेत्रीय जनता को राक्षस के आतंक से मुक्ति दिलाई, तभी से लोगों ने महासू देवता को अपना कुल आराध्य देव माना और पूजा अर्चना शुरू की बोठा महासू , बाशिक,पवासी एवं चालदा चार महासू भाई है, बोठा महासू देवता का मुख्य मंदिर हनोल में है , बोठा महासू को न्याय का देवता कहा जाता है उनका निर्णय स्थानीय लोगों में सवर्मान्य होता है, भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण विभाग के अनुसार श्री महासू देवता मंदिर हनोल में नवीं दसवीं शताब्दी का बताया गया है, उक्त हनोल ग्राम देहरादून से लगभग 200 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है ।।
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very good information.
ReplyDeleteplease give us information about other temples of Uttarakhand
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