मुनि की रेती 11 जनवरी 2025
चौदह बीघा में चंद्रभागा नदी पर सिथत पुल जिसे न्यू चंद्रभागा ब्रिज भी कहा जाता है इसी से सटे पथरीले मैदान जिसे चौदह बीघा पार्क के नाम से जाना जाता है, गत वर्ष यहां पर नगर पालिका मुनी की रेती के द्वारा केंद्र सरकार की नीतियों के तहत बच्चों के लिए झूले व बेंच लगाए गए थे, परंतु झूले वह बेंच लगाने के बाद नगर पालिका प्रशासन के किसी भी अधिकारी, कर्मचारी, स्थनीय प्रतिनिधि द्वारा दुबारा इस ओर ध्यान नही दिया गया , बेंच व झूलों की सही तरह से निगरानी ना होने के कारण इन लोहे के बेंचो व झूलो का का बुरा हाल हो गया है कुछ बेंच की लोहे के एंगल या स्ट्रिप तो चोरी हो चुकी है या फिर अब चोरी होने के कगार पर हैं, कुछ झूलो व बेंच के लोहे के एंगल चोरी के उदेश्य से पार्क से सटे बांध के पीछे चंद्रभागा नदी की तरफ छुपा कर रखे गए थे , जिसे हमने आज सुबह खच्चर वालों की मदद से दोबरा पार्क में रखवाया गया ।
यहां पर रात को अक्सर नशेड़ी युवक बैठकर भविष्य की प्लानिंग करते हैं, नगर पालिका द्वारा लगाया गया ई-वेस्टिंग का बेंच भी नशेड़ी युवकों द्वारा जला दिया गया है, यहां पर रात के लिए पुलिस की पिकट के लिए एक पोस्ट भी बनाया गया है, आए दिन पुल के चौरहे पर झगड़ा और फसाद होना आम बात हो गई है , कुछ दिन पूर्व यहां पर ऋषिकेश क्षेत्र से आये 10 से 15 झगड़ा कर रहे युवकों की वीडियो बनाने वाले युवा को पीटने के लिए स्थानीय दुकान के अंदर घुस गए , जिसकी सूचना दुकानदारों द्वारा पुलिस को भी दी गई परंतु उसके बाद पुलिस द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई ,,यहां से पुलिस थाना और पुलिस चोकी लगभग एक किलोमीटर के दायरे में स्थित है, फिर भी सूचना देने के बाद जब तक पुलिस कर्मचारीगण पहुचते है तब तक झगड़ा फसाद करने करने वाले नौ दो ग्यारह हो चुके होते हैं ।
सरकार व स्थानीय प्रशासन जो भी सुविधा आम आदमी को प्रदान करता है उसके ऐवज में आम आदमी से भारी भरकम टैक्स लिया जाता है, इस पार्क में जो भी झूले वह बेंच लगाए गए थे वह भी आम आदमी के दिए गए टैक्स के पैसों से लगे थे , जो किसी की निजी संपत्ति नहीं थी उक्त पार्क में लगे झूले व बेंच की दयनीय हालत के लिए पूरी तरह से स्थानीय नगर पालिका प्रशासन जिम्मेवार है ।
इसी प्रकार चौदह बीघा सिथत , न्यू चंद्रभागा ब्रिज के चौराहे पर झगड़ा- फ़साद, यहाँ पर अवैध रूप से बिकने वाले विभिन्न प्रकार की नशे की सामग्री को रोकने व नशेड़ी युवकों पर लगाम कसने में अभी तक स्थानीय पुलिस द्वारा की गई कोई भी कार्यवाही धरातल पर कार्यान्वित होती नही दिखाई दे रही है।
डीमरी जी पत्रकार जी के साथ जब से जानलेवा हमला हुआ है तब से इस तरह की पत्रकारिता करने में भी डर लगने लगा है कहीं पुलिस व् प्रशासन से पहले इस तरह की खबरों को अपराधिक प्रव्रति किस्म के शख्स संज्ञान में ना ले ले।

पार्क से सटी हुई पुलिस पिकट चोकी।
चौदह बीघा पार्क में गत वर्ष लगाया गया झुला दयनीय स्थिति में ।
चोरी के इरादे से पार्क की दीवार के पीछे बेंचो के एंगल छुपाये गए है। |
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ई वेस्ट से बना बेंच जो की अराजक तत्वों द्वारा देर रात्रि में जला दिया गया। |
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चोरी के इरादे से पार्क की दीवार के पीछे बेंचो के एंगल छुपाये गए है। |
कमर की एक्साइज के लिए लगाया डिस्क, जिसमे केवल अब लोहे का पाईप ही नजर आ रहा है।
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इस बेंच के बीच में लोहे के एंगल लगे थे जो अब नही दिखाई दे रहे हैं। |
रात्रि में चौदह बीघा पार्क में सुलफा का नशा भी किया जा रहा है जो की तस्वीर में दिखाई दे रहा है ।
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चौदह बीघा पार्क में गत वर्ष लगाया गया बेंच व झुला की दयनीय हालत बयाँ करती कुछ तस्वीरे । |
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