मुख्य न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय, डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ पुनः आएंगे लेखक गांव
देहरादून, 29 अक्टूबर 2024: आज देहरादून में माननीय मुख्य न्यायाधीश, सर्वोच्च न्यायालय, डॉ. धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ से उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने शिष्टाचार भेंट की।
इस मुलाकात में दोनों के बीच संविधान की भूमिका, भारतीय भाषाओं का महत्व, और राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई।
माननीय न्यायमूर्ति डॉ. चंद्रचूड़ ने "स्पर्श हिमालय महोत्सव 2024" के सफल आयोजन के लिए अपनी शुभकामनाएं दी ।
देहरादून, 31 अक्टूबर 2024: उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच द्वारा प्रतिवर्ष की भांति दीपावली के अवसर पर शहीदों के निमित दीप प्रज्वलित कर खिल बताशे का भोग लगाकर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने कहा कि हम सभी शहीदों को नमन करते हुये सभी प्रदेश वासियों को को भी दीपावली की बधाई देते हुये अपील की हैं कि हम शालीनता से अपने त्यौहार मनाएं औऱ अपने प्रदेश के विकास मेँ सहयोग कर आगे बढ़े औऱ मूल निवास व भू-कानून एवं लोकायुक्त कानून लागू कराने के साथ ही स्थाई राजधानी बनाने की दिशा मेँ आम जनमानस को लेकर आगे बढ़ेंगे।
आज दीपदान करने वालों मेँ मुख्यतः जगमोहन सिंह नेगी , रामलाल खंडूड़ी , प्रदीप कुकरेती , मोहन खत्री , सुरेश नेगी , विनोद असवाल , पुष्कर बहुगुणा , चन्द्रकिरण राणा , सतेन्द्र नौगाँई , सुमन भण्डारी , लक्ष्मण सिंह नेगी , राजेन्द्र चमोली , राजेश पान्थरी , राकेश नौटियाल एवं संजू आदि रहें।
ऋषिकेश, 31 अक्टूबर 2024: दीपावली के इस शुभ अवसर पर, जहां पूरा देश खुशी और रोशनी के पर्व को मना रहा है, हमारे क्लब के युवा लियो सदस्य यशराज मखीजा ने अपने कार्य से समाज में मानवता और सेवा की एक मिसाल कायम की। यशराज, जो स्वयं मात्र 14 वर्ष का है, ने अपनी पॉकेट मनी से 5,000 रुपये की राशि एकत्रित कर एक अपाहिज बच्चे की सहायता के लिए समर्पित की। यह बच्चा, जो एक गंभीर दुर्घटना के कारण चलने-फिरने में असमर्थ है, यशराज के इस सहयोग से नई आशा और आत्मबल प्राप्त करेगा
यशराज के इस कदम ने सभी के दिलों को छू लिया है। क्लब अध्यक्ष सुमित चोपड़ा और सचिव अभिनव गोयल ने यशराज के इस नेक कार्य की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा, "यशराज का यह कदम हमारे समाज में युवा पीढ़ी के संवेदनशील और उदार मनोभाव को दर्शाता है। इतने छोटे से उम्र में, यशराज ने अपनी पॉकेट मनी से इस राशि को बचाया और इसे किसी जरूरतमंद की सहायता के लिए देना चाहा, यह वास्तव में प्रेरणादायक है।"
इस कार्यक्रम के दौरान क्लब के वरिष्ठ सदस्य और अन्य उपस्थित जनों ने यशराज के इस प्रयास को सराहा और कहा कि उनकी इस पहल ने सभी के हृदय को प्रेरणा से भर दिया है। यशराज मखीजा के पिता, लायन धीरज मखीजा ने भी अपने बेटे के इस सराहनीय कार्य पर गर्व व्यक्त किया।
इस अवसर पर क्लब अध्यक्ष सुमित चोपड़ा, सचिव अभिनव गोयल, धीरज मखीजा और अन्य सम्मानित सदस्य भी उपस्थित थे। सभी ने यशराज को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उसे समाज में अपने कार्यों से दूसरों के लिए प्रेरणा बने रहने का आशीर्वाद दिया। यह घटना समाज में छोटे-बड़े सभी को यह संदेश देती है कि हमारे छोटे-छोटे प्रयास भी किसी की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।
यह दिव्य कार्य दीपावली की रोशनी को और भी उज्जवल बना देता है और हमें यह एहसास कराता है कि असली खुशी दूसरों की सहायता में निहित है।
0 Comments